झारखंड सरकार की “मैया सम्मान योजना” के तहत राज्य की लाखों महिलाओं को हर महीने ₹2500 की सहायता राशि दी जाती है। इस योजना की 10वीं किस्त 4 जुलाई 2025 को डीबीटी के माध्यम से लाभार्थियों के बैंक खातों में ट्रांसफर की गई थी। अब महिलाओं को 11वीं किस्त का इंतजार है, जिसकी प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। उम्मीद की जा रही है कि यह किस्त जुलाई के आखिरी सप्ताह तक जारी कर दी जाएगी।
तकनीकी कारणों से हुई थी देरी, अब तैयार है प्रशासन
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, 11वीं किस्त जून महीने में ही जारी की जानी थी, लेकिन तकनीकी कारणों और डाटा सत्यापन की अड़चनों की वजह से इसमें देरी हो गई। अधिकारियों का कहना है कि अब पूरी प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है और भुगतान की तैयारी भी अंतिम दौर में है। ऐसे में महिलाओं से आग्रह किया गया है कि वे अपने बैंक खातों की स्थिति समय-समय पर जांचती रहें ताकि किसी भी प्रकार की रुकावट से बचा जा सके।
डीबीटी से लिंक खाता है जरूरी, नहीं तो रुक सकती है किस्त
सरकार ने साफ किया है कि इस योजना के तहत सिर्फ उन्हीं महिलाओं को लाभ मिलेगा जिनका बैंक खाता डीबीटी यानी डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर से लिंक है। अगर आधार लिंकिंग या अन्य किसी तकनीकी गड़बड़ी की वजह से डीबीटी कनेक्शन सक्रिय नहीं है, तो किस्त का भुगतान नहीं हो पाएगा। इसीलिए सभी लाभार्थियों को सलाह दी गई है कि वे अपने बैंक जाकर स्थिति की पुष्टि कर लें और आवश्यक सुधार तुरंत कराएं।
महिला सशक्तिकरण की दिशा में प्रभावी कदम
“मैया सम्मान योजना” राज्य सरकार की एक महत्वपूर्ण सामाजिक पहल है, जिसका उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है। योजना के तहत हर पात्र महिला को ₹2500 की मासिक सहायता दी जाती है, जिससे वे अपने जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति कर सकें। अब तक लगभग 52 लाख महिलाएं इस योजना का लाभ ले चुकी हैं, जो झारखंड में महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
11वीं किस्त के लिए जरूरी पात्रता शर्तें
इस योजना का लाभ सिर्फ झारखंड राज्य की स्थायी निवासी महिलाओं को ही दिया जाता है। पात्रता के लिए महिला की उम्र 18 से 50 वर्ष के बीच होनी चाहिए और परिवार की सालाना आय ₹2.5 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए। यदि परिवार में कोई भी सदस्य आयकरदाता है या सरकारी सेवा में कार्यरत है, तो उस परिवार की महिलाएं योजना के दायरे में नहीं आएंगी। साथ ही महिला का बैंक खाता एकल और डीबीटी से अनिवार्य रूप से लिंक होना चाहिए।
ऑनलाइन पोर्टल से चेक करें किस्त की स्थिति
लाभार्थी महिलाएं योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर यह जांच सकती हैं कि उनके खाते में 11वीं किस्त की राशि ट्रांसफर हुई है या नहीं। इसके लिए उन्हें पोर्टल पर लॉगिन करना होता है, जहां “आवेदन एवं भुगतान की स्थिति” सेक्शन में जाकर मोबाइल नंबर और ओटीपी के माध्यम से जानकारी प्राप्त की जा सकती है। यह पूरी प्रक्रिया मोबाइल से भी आसानी से की जा सकती है और किसी साइबर कैफे की जरूरत नहीं पड़ती।
डीबीटी न होने पर हो सकती है परेशानी
यदि लाभार्थी महिला का खाता अभी तक डीबीटी से लिंक नहीं हुआ है, तो उसे 11वीं किस्त मिलने में कठिनाई आ सकती है। इस स्थिति में महिला को अगली किस्त तक प्रतीक्षा करनी पड़ सकती है। सरकार की ओर से बार-बार यह अपील की जा रही है कि महिलाएं समय रहते अपने खाते को डीबीटी से लिंक करवा लें ताकि कोई भी लाभार्थी योजना के लाभ से वंचित न रह जाए।