अगस्त 2025 में मध्य प्रदेश सरकार की “गांव की बेटी योजना” एक बार फिर सुर्खियों में है। यह योजना विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली मेधावी बेटियों के लिए शुरू की गई है, जिनका सपना उच्च शिक्षा प्राप्त करना है। इसके तहत चयनित छात्राओं को ₹500 प्रति माह यानी कुल ₹5000 तक की वार्षिक छात्रवृत्ति दी जा रही है ताकि वे अपने शैक्षणिक खर्चे आसानी से पूरे कर सकें। योजना का उद्देश्य केवल आर्थिक मदद देना नहीं बल्कि बेटियों को आत्मनिर्भर बनाना है।
आवेदन प्रक्रिया हुई पूरी तरह ऑनलाइन
मध्य प्रदेश उच्च शिक्षा विभाग द्वारा चलाई जा रही इस योजना में अगस्त 2025 से बड़ा बदलाव किया गया है। अब आवेदन प्रक्रिया को पूरी तरह डिजिटल बना दिया गया है जिससे बेटियों को किसी सरकारी दफ्तर के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। जो छात्राएं शैक्षणिक सत्र 2024-25 में 12वीं पास कर चुकी हैं और कॉलेज में दाखिला ले चुकी हैं, वे अब सीधे योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं।
योजना का लाभ किन्हें मिलेगा
गांव की बेटी योजना का लाभ केवल उन्हीं छात्राओं को मिलेगा जो मध्य प्रदेश की मूल निवासी हैं और किसी ग्रामीण क्षेत्र में रहती हैं। साथ ही 12वीं की परीक्षा प्रथम श्रेणी यानी कम से कम 60% अंकों से पास करना अनिवार्य है। इसके अलावा, छात्रा को किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज में नियमित रूप से स्नातक पाठ्यक्रम में दाखिला लेना होगा और उसका आधार-लिंक्ड बैंक खाता होना चाहिए।
आवेदन की प्रक्रिया
इस योजना के लिए आवेदन केवल मध्य प्रदेश उच्च शिक्षा विभाग की ऑफिशियल वेबसाइट से किया जा सकता है। छात्रा को सबसे पहले वेबसाइट पर जाकर ‘गांव की बेटी योजना’ के सेक्शन में पंजीकरण करना होगा। आधार नंबर और मोबाइल नंबर से OTP वेरिफिकेशन के बाद एप्लिकेशन फॉर्म खुलेगा, जिसमें व्यक्तिगत और शैक्षणिक विवरण भरने के बाद जरूरी दस्तावेजों को स्कैन कर अपलोड करना होता है। आवेदन पूरा करने के बाद फॉर्म को सबमिट कर उसका प्रिंट आउट लेना जरूरी है।
योजना का लाभ किन्हें नहीं मिलेगा
इस योजना का लाभ शहरी क्षेत्र की छात्राओं को नहीं दिया जाएगा। साथ ही, यदि किसी छात्रा ने 12वीं कक्षा में 60% से कम अंक प्राप्त किए हैं या वह किसी नॉन-रेगुलर या डिप्लोमा कोर्स में दाखिला लिए हुए है, तो वह इस योजना की पात्र नहीं मानी जाएगी। योजना का लाभ केवल एक बार, स्नातक की पहली वर्ष की छात्राओं को ही दिया जाता है।
योजना का उद्देश्य और छात्राओं को मिलने वाले लाभ
गांव की बेटी योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों की बेटियों को उच्च शिक्षा की ओर प्रेरित करना है। यह योजना उनके आत्मबल को बढ़ाती है और उन्हें आर्थिक रूप से सक्षम बनाकर समाज में सम्मान दिलाने में मदद करती है। यह छात्रवृत्ति उन परिवारों के लिए बड़ी राहत बनती है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं लेकिन अपनी बेटियों को आगे बढ़ते देखना चाहते हैं।
छात्रवृत्ति राशि मिलने की प्रक्रिया और समय सीमा
छात्रा द्वारा फॉर्म जमा करने और कॉलेज से वेरिफिकेशन होने के बाद ₹500 प्रति माह की दर से छात्रवृत्ति की राशि सीधे उसके बैंक खाते में भेजी जाती है। यह राशि पूरे वर्ष में कुल ₹5000 तक दी जाती है। छात्रा को हर सेमेस्टर के बाद अपनी उपस्थिति और शैक्षणिक प्रगति से जुड़े दस्तावेज अपलोड करने होते हैं ताकि अगली किस्त जारी की जा सके।
आवेदन करते समय ध्यान देने योग्य बातें
गांव की बेटी योजना के तहत दिए गए फॉर्म में यदि कोई भी गलत जानकारी पाई जाती है तो आवेदन रद्द कर दिया जाएगा। छात्रा का आधार कार्ड उसी के नाम से होना जरूरी है, अन्यथा फॉर्म रिजेक्ट किया जा सकता है। इसके अलावा, कॉलेज स्तर पर वेरिफिकेशन भी अनिवार्य प्रक्रिया का हिस्सा है, जिसे समय रहते पूरा कराना जरूरी है।
ऑफिशियल वेबसाइट और संपर्क जानकारी
गांव की बेटी योजना 2025 से संबंधित सभी जानकारी और आवेदन प्रक्रिया मध्य प्रदेश उच्च शिक्षा विभाग की ऑफिशियल वेबसाइट पर उपलब्ध है। छात्राएं वहां से समय-समय पर अपडेट लेते रहें ताकि किसी भी डेडलाइन या जरूरी सूचना से वंचित न रहें।