अगस्त 2025 में रक्षाबंधन के पावन अवसर पर केंद्र सरकार ने देश की एकल, विधवा और परित्यक्ता महिलाओं के लिए एक बड़ी राहत योजना का ऐलान किया है। “एकल महिला स्वरोजगार योजना 2025” के तहत अब 3.5 लाख महिलाओं को ₹1 लाख की आर्थिक सहायता दी जाएगी। यह योजना उन महिलाओं को नया जीवन देने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है जो अकेले अपने परिवार का पालन-पोषण कर रही हैं।
स्वरोजगार की दिशा में बढ़ाया गया ठोस कदम
सरकार का उद्देश्य महिलाओं को किसी के सहारे की आवश्यकता के बिना अपना खुद का काम शुरू करने का अवसर देना है। यह सहायता राशि महिला को व्यवसाय, दुकान, ब्यूटी पार्लर, सिलाई केंद्र या किसी भी छोटे स्वरोजगार प्रयास में आर्थिक मजबूती प्रदान करेगी। यह पहल महिला सशक्तिकरण को वास्तविकता में बदलने की दिशा में एक नई शुरुआत मानी जा रही है।
आवेदन प्रक्रिया शुरू, 31 अगस्त 2025 तक भरें फॉर्म
योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया जुलाई के अंतिम सप्ताह से शुरू हो चुकी है और इच्छुक महिलाएं 31 अगस्त 2025 तक आवेदन कर सकती हैं। सरकार का प्रयास है कि योग्य महिलाएं घर बैठे मोबाइल या कंप्यूटर से ऑनलाइन आवेदन करके इस लाभ को प्राप्त कर सकें, जिससे प्रक्रिया पारदर्शी और आसान बनी रहे।
कौन महिलाएं हैं पात्र, जानिए योग्यता मानदंड
यह योजना केवल उन्हीं महिलाओं के लिए है जो विधवा हैं, जिनके पति उन्हें छोड़ चुके हैं, या जो अविवाहित हैं और अकेले जीवन व्यतीत कर रही हैं। लाभार्थी महिला की उम्र 18 से 50 वर्ष के बीच होनी चाहिए और उसकी पारिवारिक वार्षिक आय ₹3 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए। साथ ही महिला के पास आधार कार्ड, बैंक खाता और निवास प्रमाण पत्र होना अनिवार्य है।
एकमुश्त सहायता राशि सीधे बैंक खाते में भेजी जाएगी
सरकार इस योजना के अंतर्गत पात्र महिलाओं के बैंक खाते में ₹1,00,000 की राशि सीधे ट्रांसफर करेगी। यह पूरी राशि एक बार में दी जाएगी, जिससे महिला स्वरोजगार की दिशा में अपने कदम बढ़ा सके। साथ ही, योजना में भाग लेने वाली महिलाओं को प्रशिक्षण सेशन में भाग लेने का भी अवसर मिलेगा ताकि वे व्यवसाय की मूल बातें जान सकें।
आवेदन की प्रक्रिया डिजिटल और सरल
महिलाएं सरकार के ऑफिशियल पोर्टल पर जाकर ‘एकल महिला स्वरोजगार योजना 2025’ के सेक्शन में आवेदन कर सकती हैं। उन्हें अपने नाम, पता, आधार नंबर, बैंक डिटेल्स और अन्य जरूरी जानकारी सही तरीके से भरनी होगी। प्रमाण पत्र जैसे विधवा या परित्यक्ता प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र आदि अपलोड कर अंतिम रूप से फॉर्म जमा करना होता है।
योजना को किन राज्यों में किया गया शुरू
फिलहाल इस योजना की शुरुआत उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में की गई है। आने वाले समय में अन्य राज्यों में भी यह योजना लागू की जा सकती है, जिससे अधिक से अधिक महिलाएं लाभान्वित हो सकें।
आत्मनिर्भरता के साथ सम्मान की ओर बढ़ता कदम
सरकार इस योजना को सिर्फ आर्थिक सहायता तक सीमित नहीं रख रही है, बल्कि इसके माध्यम से महिलाओं को समाज में सम्मान और आत्मबल देने की दिशा में भी काम कर रही है। यह पहल न केवल उन्हें अपने पैरों पर खड़ा करेगी बल्कि समाज में उन्हें एक नई पहचान भी दिलाएगी।
योजना के अंतर्गत प्रशिक्षण और भविष्य की सुविधा भी शामिल
इस योजना का लाभ उठाने वाली महिलाओं को सरकार की ओर से निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे अपने व्यवसाय का प्रबंधन बेहतर तरीके से कर सकें। भविष्य में जरूरत पड़ने पर उन्हें मुद्रा योजना जैसी लोन सुविधा का लाभ भी मिल सकता है, जिससे उनका बिजनेस और आगे बढ़ सके।
योजना एक बार के लिए मान्य, दोबारा आवेदन की अनुमति नहीं
यह योजना एक बार की आर्थिक सहायता के लिए है। एक बार लाभ प्राप्त करने के बाद महिला दोबारा इस योजना के लिए आवेदन नहीं कर सकेगी। इसलिए पात्र महिलाएं योजना की शर्तें ध्यान से पढ़कर ही आवेदन करें।
आधिकारिक पोर्टल से ही करें आवेदन और जानकारी प्राप्त
योजना से जुड़ी सबसे सटीक जानकारी और आवेदन केवल सरकार के अधिकृत पोर्टल से ही करें। मुख्य पोर्टल india.gov.in, mygov.in और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की वेबसाइट wcd.nic.in हैं। किसी भी अन्य माध्यम से आवेदन करने से पहले इसकी पुष्टि अवश्य करें।